Love shayari hindi
Hindi shayari ek aisa maadhyam hai jisake dvaara ham apane dil kee baat bahot aasaanee se kah sakate hain aur sabase badee baat ye hai kee hindi shayari kee duniya mein poetree tadaka ne apanee ek alag pahachaan bana rakha hai ummeed hai kee ye hindi shayari sangrah aapako bhee pasand aaega
Jab Koi Nahi Tha To Bohut Anmol The Hum Naye Log Mil Gaye To Hamari Koi Auqaat Nahi Rahi जब कोई नहीं था तो बहुत अनमोल थे हम नए लोग मिल गए तो हमारी कोई औकात नहीं रही |
Koi Nahi Yaad Karta Wafa Karne Walo Ko Yahan Meri Maano Bewafa Ho Jaon Jamana Yad Rakhega कोई नहीं याद करता वफा करने वालो को यहाँ मेरी मानो बेवफा हो जाओं जमाना याद रखेगा |
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल लगाने का !!!! |
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का |
ये तो न कह की किस्मत की बात है,
मेरी बर्बादियों में तेरा भी हाथ है, अब क्यों तकलीफ होती है तुम्हे इस बेरुखी से, तुम्ही ने तो सिखाया है की दिल कैसे जलाते हैं ! |
दर्द की दास्ताँ अभी बाकी है,
महोबत का इम्तेहान अभी बाकी है,
दिल करे तो फिर से वफ़ा करने आ जाना,
दिल ही तो टुटा है, जान अभी बाकी है…
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मुझ से नाराज है तो छोड़ दे तनहा मुझको,
ए ज़िन्दगी , मुझे रोज़ रोज़ तमाशा न बनाया कर… |
जीने की तमन्ना तो बहुत है,
पर कोई आता ही नहीं ज़िन्दगी में ज़िन्दगी बन कर … |
इस दिल का दर्द दिखाए किसे,
मलहम लगाने वाले ही जखम दे जाते हैं…. |
पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
अकेले थे हम अकेले ही रह जाते हैं… |
तड़प के देख किसी की चाहत मैं …
तो पता चले के इंतज़ार क्या होता है … यूँ ही मिल जाए अगर कोई बिना तड़पे…. तो कैसे पता चले के प्यार क्या होता है… |
मेरा कत्ल करने की उसकी साजीश तो देखो…
करीब से गुज़री तो चेहरे से पर्दा हटा लिया |
इस बहते दर्द को मत रोको
ये तो सजा है किसी के इंतजार की लोग इन्हे आंसू कहे या दीवानगी पर ये तो निशानी है किसी के प्यार की… |
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो, प्यार का तालुक भी अजीब होता है, आंसू मेरे थे सिसक रहा था वो |
तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से,
जान जाओगे कि हम मुस्कुराना क्यों भूल गए !!! |
कुछ इस तरह बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लुटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं। |
शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं ।
वरना कागजों पर लफ़्ज़ों के जनाज़े उठते ॥ |
बहुत अंदर तक तबाही मचा देता है…
वो अश्क जो आँख से बह नहीं पाता… |
समेट कर ले जाओ …
अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से … अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर … इनकी ज़रूरत पड़ेगी …
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने
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Nice shayari i am amazd
ReplyDeleteviraltrench
proxybunker